Krishna Janmashtami
जन्माष्टमी महोत्सव Krishna Janmashtami जन्माष्टमी को श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसी प्रकार कबीर प्रकट दिवस परमेश्वर कबीर साहेबजी के अवतरित होने के रूप में मनाया जाता हैं। जन्म- श्रीकृष्ण जी को भगवान विष्णु जी का अवतार माना जाता है। इनका जन्म देवकी और वासुदेव के पुत्र के रूप में मथुरा में हुआ था श्री कृष्ण जी ने कंस के कारावास में जन्म लिया। पूर्ण परमात्मा कबीर साहेबजी चारों युगों में कमल के फूल पर शिशु रुप में प्रकट होते हैं तथा निसंतान दंपति को मिलते हैं। मां के गर्भ से जन्म नहीं लेते। वह जन्म मृत्यु से परे है, अविनाशी है। गुरु का होना आवश्यक- श्रीकृष्णजी ने ऋषि संदीपनी जी को अपना गुरु बनाया था इसी प्रकार परमेश्वर कबीर साहेबजी ने स्वामी रामानंद जी को अपना गुरु बनाया था। लीलाये - श्री कृष्ण जी ने बकासुर का संहार किया था कबीर परमेश्वर जी ने भी हिरण्यकश्यप को नरसिंह रूप धारण करके मारा था। हिरण्यकशिपु ने प्रहलाद को मारने के लिए एक लोहे का खम्बा गर्म कर रखा था उस खम्बे को प्रह